एनटीपीसी लिमिटेड ने अच्छा निष्पादन न करने वाले स्टेशनों को उन्नत बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बदरपुर, ऊंचाहार, तालचर और टांडा में उनके निष्पादन में यह असाधारण सुधार कंपनी की सफलता की बड़ी कहानियां कहता है।
बदरपुर (705 मेगावॉट)
मरम्मत और अनुरक्षण तथा निष्पादन टर्न अराउंड में यह विशेषज्ञता एनटीपीसी द्वारा वैज्ञानिक रूप से निर्मित मरम्मत एवं अनुरक्षण पहलों के माध्यम से बदरपुर थर्मल पावर स्टेशन के प्रचालनात्मक टर्न अराउंड के साथ विकसित और निर्मित की गई थी। इस विद्युत स्टेशन के अधिग्रहण के समय मौजूद पीएलएफ 31.94 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2014-15 में 53.13 प्रतिशत हो गया है।


ऊंचाहार (420 मेगावॉट)
फिरोज़ गांधी ऊंचाहार विद्युत स्टेशन को एनटीपीसी द्वारा लिया गया था और नकदी के संकट में फंसे यूपीएसईबी को एनटीपीसी की टर्न अराउंड विशेषज्ञता द्वारा उबारा गया। रूपान्तरण की उल्लेखनीय गति और विस्तार इस तालिका में देख सकते हैं।


तालचर (460 मेगावॉट)
तालचर के ओएसईबी के पुराने विद्युत संयंत्र में टर्न अराउंड की इससे भी अधिक चुनौतीपूर्ण कहानी लिखी गई थी। जून 1995 में इसके अधिग्रहण के समय इस तालिका में विद्युत संयंत्र के निष्पादन में आए असाधारण सुधार का उल्लेख किया गया है, जो एनटीपीसी की विशेषज्ञता का परिणाम है।


टांडा (440 मेगावॉट)
टांडा थर्मल पावर स्टेशन को एनटीपीसी ने 15 जनवरी 2000 को अधिग्रहीत किया। विद्युत स्टेशन का पीएलएफ इसके अधिग्रहण के समय 21.59 था, जो वर्ष 2014-15 में बढ़कर 82.02 प्रतिशत हो गया।


पूंजी आवश्यकता के विचार से एनटीपीसी ने पीपीए वचनबद्धताओं को बेहतर रूप दिया, इन पुरानी इकाइयों के टर्न अराउंड की लागत कम है, उच्च और शीघ्र प्राप्ति के विकल्प हैं। इस असाधारण सफलता से संबंधित राज्य विद्युत मंडलों को सहायता मिली है तथा विद्युत की किफायत एवं उपलब्धता के संदर्भ में पूरे राष्ट्र को लाभ मिला है।