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प्रेस विज्ञप्ति
एनटीपीसी की कुल संस्थापित क्षमता बढ़कर 41,684 मेगावाट हुई
09th अक्टूबर, 2013
रिहंद सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की 500 मेगावाट की यूनिट-VI के 07 अक्तूबर, 2013 से प्रारंभ होने से एनटीपीसी की कुल संस्थापित क्षमता बढ़कर 41,684 मेगावाट हो गई है। इसी के साथ रिहंद सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की कुल संस्थापित क्षमता 3000 मेगावाट (6X500 मेगावाट) पहुंच गई है। एनटीपीसी रिहंद विद्युत संयंत्र से लाभान्वित होने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर तथा चंडीगढ़, शामिल हैं।
भारत की कुल संस्थापित क्षमता के 18.4 प्रतिशत की भागीदारी से एनटीपीसी ने वर्ष 2012-13 के दौरान भारत के कुल विद्युत उत्पादन में 27.4 प्रतिशत का योगदान करते हुए अपनी निरंतर उच्च प्रचालनात्मक दक्षता को दर्शाया। एनटीपीसी ने 2012-13 के दौरान किसी एकल वर्ष में अपनी अब तक की सर्वाधिक 4,170 मेगावाट की क्षमता वृद्धि प्राप्त की है जिसमें पिछले दो वर्ष के दौरान प्राप्त की गई वृद्धि को और आगे बढ़ाने के लिए इसकी संयुक्त उद्यम परियोजनाओं के माध्यम से अर्जित 1,000 मेगावाट की क्षमता शामिल है।
एनटीपीसी भारत में स्थित 15 कोयले से चलने वाले, 7 गैस से चलने वाले विद्युत केंद्रों तथा 7 संयुक्त उद्यमों/सहायक विद्युत परियोजनाओं के माध्यम से विद्युत उत्पादन करता है। कंपनी की योजना आगामी वर्ष 2032 तक 128,000 मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन करने वाली कंपनी बनने का है।
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