मीडिया
प्रेस विज्ञप्ति
एनटीपीसी की कुल स्थापित क्षमता 36,014 मेगावाट
26th दिसम्बर, 2011
छत्तीसगढ़ स्थित 660 मेगावाट एनटीपीसी-सीपत सुपर थर्मल पावर प्राजैक्ट की ईकाई नं. 2 द्वारा कार्य शुरू कर देने पर एनटीपीसी की कुल स्थापित क्षमता 36,014 मेगावाट हो गयी है। इस प्रकार सीपत परियोजना की कुल स्थपित क्षमता बढ़कर 2,320 मेगावाट हो गई है।
ये एनटीपीसी लिमिटेड़ और सीपत की दूसरी इकाई है जिसे थर्मल पावर प्रौद्योगिकी के साथ शुरू किया जाना है। सुपर क्रिटिकल पावर स्टेशन पर्यावरण अनुकूल हैं, उच्च क्षमता पर कार्य करते हैं और इनमे कोयले से चलने वाली, परम्परागत इकाईयों की अपेक्षा कम कोयला खर्च होता है।
एनटीपीसी - सीपत परियोजना 2980 मेगावाट की सम्पूर्ण स्थापित क्षमता के साथ दो चरणों में है। चरण - प् में 660 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल प्रौद्योगिकी आधारित तीन इकाइयाँ हैं, जबकि चरण - II में 500 मेगावाट की कोयला प्रौद्योगिकी पर आधारित दो इकाईयाँ है।
चरण - II (1000 मेगावाट) पूरी क्षमता के साथ कार्य कर रहा है और 660 मेगावाट की पहली सुपर क्रिटिकल इकाई 1 अक्टूबर 2011 से वाणिज्यक रूप से परिचालित है। एनटीपीसी - सीपत से लाभान्वित हो रहे राज्य है - छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, दमन एवं दीव, दादरी तथा नगर हवेली। एनटीपीसी लिमिटेड के वर्तमान में 15 कोयला आधारित, 7 गैस आधारित और संयुक्त उद्यम पावर स्टेशन हैं तथा एनटीपीसी सन् 2032 तक 128000 मेगावाट वाली बिजली कम्पनी बनने की योजना है।
« पीछे प्रेस विज्ञप्ति