मीडिया
प्रेस विज्ञप्ति
पर्यावरण तथा संसाधन संरक्षण का महत्व
06th सितम्बर, 2016
एनटीपीसी ने अपने विद्युत केंद्रों को कठोर पर्यावरण मानकों के अनुपालन से अवगत कराने तथा उन्हें इसके प्रति संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से दो दिवसीय ‘इंवायरमेंट मीट-2016’ का आयोजन किया। इस सम्मेलन में एनटीपीसी तथा इसके संयुक्त उद्यम एवं देश भर में फैली इसकी सहायक कंपनियों में पर्यावरण संरक्षण तथा प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र से जुड़े 70 से अधिक प्रोफेशनल्स ने भाग लिया। एनटीपीसी के निदेशक (प्रचालन) श्री के.के. शर्मा ने अपने उद्घाटन संबोधन में विनिर्दिष्ट सीमाओं के भीतर उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए पर्यावरण तथा संसाधन संरक्षण तथा विद्युत उत्पादन में जल संरक्षण के महत्व पर बल दिया।
कार्यकारी निदेशक (पर्यावरण प्रबंधन एवं राख प्रबंध) डॉ. अलिंद रस्तोगी तथा मुख्य वन अधिकारी ने ऑनलाईन 24x7 रीयल टाईम मॉनिटरिंग, उत्सर्जन स्तरों के अनुपालन, ड्रेन बाईफरकेशन तथा जेडएलडी के द्वारा जल संरक्षण के मामले में एनटीपीसी द्वारा की गई प्रगति के बारे में बताया। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण के नए मानकों के प्रति एनटीपीसी की प्रतिबद्धता को पुन: दोहराया। कार्यकारी निदेशक (नेत्रा एवं डीबीएफ) श्री आर. के. श्रीवास्तव तथा कार्यकारी निदेशक (ओएस) श्री एस. के. रॉय ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया तथा पर्यावरण संबंधी अनुपालनों की रिपोर्टिंग में पर्यावरण नियंत्रण के नए स्तरों को प्राप्त करने पर जोर दिया। सभी प्रतिभागियों ने अनुपालन की स्थिति तथा एमओईएफएंडसीसी मंत्रालय, सीपीसीबी तथा संबंधित राज्य विनियामकों द्वारा निर्धारित पर्यावरणीय मानकों के अनुपालन से संबंधित भावी योजनाओं के बारे में बताया।
इस सम्मेलन के दौरान केन्द्रीय नैगम-इंजीनियरिंग, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पर्यावरण आकलन समिति, एमओइएफएंडसीसी मंत्रालय तथा सीआईएमएफआर के विशेषज्ञों ने भी प्रतिभागियों के साथ अपने अनुभव बांटे।
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