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प्रेस विज्ञप्ति
एनटीपीसी ने आन्ध्र प्रदेश में अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट (250 एमडब्ल्यूपी) के लिए ए.पी. पॉवर यूटिलिटीज के साथ पीपीए पर हस्ताक्षर किए
24th अप्रैल, 2015
एनटीपीसी लिमिटेड और आन्ध्र प्रदेश पावर यूटिलिटीज - आन्ध्र प्रदेश पूर्वी विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड (एपीईपीडीसीएल) और आन्ध्र प्रदेश दक्षिण विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड (एपीएपीडीसीएल) द्वारा आन्ध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में एनटीपीसी द्वारा स्थापित किए जा रहे 1,000 मेगावाट अल्ट्रा सोलर पावर प्रोजेक्ट के पहले चरण में 250 मेगावाट सोलर पावर प्लांट से उत्पादित बिजली की खरीद के लिए बिजली खरीद समझौता (पीपीए) हस्ताक्षरित किया गया। श्री आई. जे. कपूर, निदेशक (वाणिज्यिक), एनटीपीसी, श्री अजय जैन, सचिव, ऊर्जा, आन्ध्र प्रदेश सरकार, श्री विजयआनन्द, सीएमडी, ए.पी. ट्रांसको, श्री आर वेंकटेश्वरन, आरईडी (दक्षिण) की उपस्थिति में हैदराबाद में पीपीए हस्ताक्षरित किया गया।
इस सौर ऊर्जा संयंत्र से आपूर्ति की जाने वाली बिजली के लिए सापेक्ष आधार पर शुल्क पच्चीस वर्षों की अवधि के लिए रु. 6.16 प्रति यूनिट निर्धारित किया गया है। श्री आई. जे. कपूर, निदेशक (वाणिज्यिक), एनटीपीसी के अनुसार शेष 750 मेगावाट क्षमता के लिए विद्युत उत्पादन लागत और कम हो सकती है जैसा कि परियोजना के भाग पहले चरण में घरेलू निविदाकर्ताओं के विपरीत सार्वभौमिक निविदा प्रक्रिया के माध्यम से सम्पादित किया जाएगा। श्री आई. जे. कपूर ने बताया कि जल्द ही फेज-1 250 एमडब्ल्यूपी (5x50 एमडब्ल्यूपी घरेलू मॉडयूल्स) के लिए ईपीसी अनुबंध प्रदान किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा कम्पनी को पहले चरण की परियोजना के लिए भूमि पहले ही उपलब्ध कराई जा चुकी है। 12 माह में इसके शुरू होने का अनुमान है। श्री कपूर के कहा कि सौर क्षेत्र के अंतर्गत कम्पनी की वर्तमान 110 मेगावाट स्थापित क्षमता की तुलना में वित्त वर्ष के दौरान 3000 मेगावाट सौर पीवी क्षमता संस्थापित करने की योजना है।
पिछले वर्ष सितम्बर में एनटीपीसी ने 1000 मेगावाट सोलर प्रोजेक्ट के विकास के लिए आन्ध्र प्रदेश सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किया था जो राज्य में किसी एकल विकासकर्ता द्वारा एक स्थान पर सबसे बड़ा सोलर पावर प्रोजेक्ट है। सरकारी अधिकारी के अनुसार परियोजना के लिए कुल 5,400 एकड़ भूमि की पहचान की गई है जिसमें से अधिकाशतः अधिग्रहित की जा चुकी है।
44,598 मेगावाट की संस्थापित क्षमता के साथ एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी विद्युत उपयोगिता है। इसने थर्मल (कोयला एवं गैस) सोलर एवं हाइड्रो पावर में अपनी उपस्थिति दर्ज की है। एनटीपीसी ने पहले ही 110 मेगावाट सोलर आधारित क्षमता स्थापित कर ली है। एनटीपीसी 10,000 मेगावाट सोलर पावर क्षमता स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। वर्ष 2032 तक एनटीपीसी की योजना 1,28,000 मेगावाट कम्पनी बनने की है और गैर-जीवाश्म ईंधन से अपनी 28 प्रतिशत स्थापित क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य है।
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