एनटीपीसी ने दीर्घकालिक कॉर्पोरेट योजना के तहत वर्ष 2032 तक 130 गीगावाट कंपनी बनने की योजना बनाई है। वर्तमान कार्यान्वयन के तहत क्षमता वर्धन:
क्र.सं. | मध्य प्रदेश | राज्य | मेगावाट |
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एनटीपीसी | |||
1. | बाढ़-I | बिहार | 1980 |
2. | तपोवन विष्णुगढ़ | उत्तराखंड | 520 |
3. | लता तपोवन | उत्तराखंड | 171 |
4. | लारा | छत्तीसगढ़ | 800 |
5. | दर्लीपली | ओडिशा | 800 |
6. | नॉर्थ करनपुरा | झारखण्ड | 1980 |
7. | राममम-हाइड्रो | पश्चिम बंगाल | 120 |
8. | टांडा-II | उत्तर प्रदेश | 660 |
9. | तेलंगाना | तेलंगाना | 1600 |
Total | 8,631 | ||
जे वी एवं उप. कम्पनियाँं | |||
1. | मेजा | उत्तर प्रदेश | 660 |
2. | नबीनगर, बीआरबीसीएल | बिहार | 250 |
3. | नबीनगर -बीएसईबी | बिहार | 1320 |
4. | राउरकेला-एनएसपीसीएल | ओडिशा | 250 |
5. | दुर्गापुर-एनएसपीसीएल | पश्चिम बंगाल | 40 |
6. | बीीफपसल | खुलना | 1320 |
7. | पतरातू | झारखंड | 4000 |
कुल | 7,840 | ||
(एनटीपीसी + जे वी एवं उप. कम्पनियाँ) | 17,131 |